आगरा में आईएम्ए की बड़ी हड़ताल: 1,317 अस्पताल, क्लीनिक और लैब आज से बंद
आगरा में डॉक्टरों की हड़ताल से 1317 निजी अस्पताल बंद। एफआईआर विवाद के बीच मरीज सरकारी अस्पतालों का रूख कर रहे हैं। जानिये पूरी अपडेट इस ब्लॉग में।
क्या है वास्तविक मामला?
आगरा में हंगामा उस समय शुरू हुआ जब उजाला सिग्नस रेनबो हॉस्पिटल के डॉ. अनुराग बंसल पर एक मरीज और उसके अटेंडेंट ने अशोभनीय व्यवहार और गलत तरीके से जांच करने का आरोप लगाते हुए FIR दर्ज करा दी। IMA के अनुसार, डॉक्टर ने FNAC जांच मरीज की सहमति से और मेडिकल प्रक्रिया के अनुसार की थी। डॉक्टरों का कहना है कि आरोप झूठे और मनगढ़ंत हैं।
क्यों हुई है FIR?
IMA का आरोप है कि पुलिस ने FIR दर्ज करते समय विशेषज्ञ जांच नहीं करवाई, जबकि ऐसा करना जरूरी है।
साथ ही, उनका कहना है कि यह पूरा मामला दबाव में आकर दर्ज किया गया, और इसमें सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस को नजरअंदाज किया गया है।
क्या कर रहा है IMA Agra?
बुधवार को तोता का ताल स्थित IMA ऑफिस में लंबी बैठक के बाद, डॉक्टरों ने इंडेफिनिट स्ट्राइक का ऐलान किया।
डॉक्टर आज सुबह 10 बजे मीटिंग के बाद 12 बजे से काम पूरी तरह बंद कर चुके हैं।
एक स्ट्रगल समिति भी बनाई गई है जिसमें Agra के कई सीनियर डॉक्टर शामिल हैं। यह कमेटी आगे की हर कार्रवाई और सरकार से बातचीत संभालेगी।
किस लिए हुई हड़ताल?
IMA की मुख्य दो मांगें:
- डॉ बंसल के खिलाफ दर्ज FIR तुरंत रद्द की जाए
- सिकंदरा थाने के SHO और शामिल पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए
क्या-क्या चीजें हुई प्रभावित?
- 1317 निजी अस्पताल, क्लीनिक, लैब और डायग्नोस्टिक सेंटर बंद
- OPD, Emergency और गंभीर मरीजों का इलाज भी बंद
- 2,000+ डॉक्टर हड़ताल पर
- मरीज और उनके परिवार बेहद परेशान
क्या किए गए इंतज़ाम?
सरकारी अस्पतालों—SN Medical College, District Hospital, Women’s Hospital और सभी CHCs—में अतिरिक्त डॉक्टर, स्टाफ, बेड और ड्यूटी शिफ्ट बढ़ाने के आदेश दिए गए हैं ताकि बढ़ती भीड़ को संभाला जा सके। मरीजों के लिए अलग हेल्प-डेस्क और ट्रायेज काउंटर भी लगाए जा रहे हैं, ताकि गंभीर मामलों को तुरंत प्राथमिकता मिल सके। प्रशासन का कहना है कि कोशिश है कि किसी भी मरीज को इलाज के लिए भटकना न पड़े।